जीवन एक त्यौहार बने
फाग बसंती मधुमास बने..
रंग बने , खुशबु बने
शबनम सा एहसास बने..
जीवन एक झरने सा कल- कल बहता
उन्मुक्त अल्हड उल्हास बने...
पिहू, पपीहे सा कलरव
जीवन का हर गान बने...
जीवन एक त्यौहार बने ...
दीप जले हर अंधियारे में
दीप शिखा हर रत बने..
भूके की रोटी बने ..
मरते का जीवन दान बने..
बच्चे सी मीठी मुस्कान बने..
जीवन एक त्यौहार बने..
फाग बसंती मधुमास बने...
~विपुल ~
A good take on the diversity of life ... well done :-)
ReplyDeletewonderful thought!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर चाह.....
ReplyDeleteवाह...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...
सभी चाहतें पूरी हों...
अनु
beautiful :)
ReplyDeleteसुन्दर चाहते जरुर पूरी हो..
ReplyDeleteशुभकामनाये..
:-)
nice presentation हिन्दी दिवस की शुभकामनायें . .औलाद की कुर्बानियां न यूँ दी गयी होती
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